धोका
"जिसको हामने पुरी जिन्दगी हाजिर करदी थि उस हि ने आज हामको लुटके चलागया" जिसके लिए हामने भारी सभा तैनाथ करदी थि उसिको क्या पसन्द नहि आया पता नहि आज बिन बाताए हामसे रुठ के चलागाया"
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