"जिन्दगि ने हिसाब मागा हामने सर झुकाया
मालुम था जिन्दगिको फिर भि पुछलिया
कितने दिन हामने दिलमे जहर छुपाया"
"कुज न हो सका हासिल सबकुज लुटा दिया
इसिलिए तो पुरि जिन्दगि सिने पे दर्द लुकाया"
"तुझसे भि एक सिकायत थि जिन्दगि सुनले जरा
सारि जिन्दगि क्यु गल्लि गल्लि सहर सहर घुमाया"
MALUM THA JINDAGI KO FIR BHI PUCHHLIYA
KITANE DIN HAMNE DILME JAHAR CHUPAYA"
"KUJ N HO SAKA HASIL SABKUJ LUTA DIYA
ISILIYA TOH PUTI JINDAGI SINE PEN DARDA LUKAYA"
"TUJH SE BHI YAK SIKAYAT THI JINDAGI SUNLE JARA
SARI JINDAGI Q GALLI GALLI SAHAR SAHAR GHUMAYA"
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